कैकई ने दशरथ को अपने वादे निभाने के लिए कैसे मनाया?
0
0
1 Visninger·
11/16/22
भरत राजा बने, ये दशरथ को मंज़ूर था। पर राम को वह किस बिनाह पर वनवास भेजें? इस बात से समझोता करना, उनके लिए एक पिता और नैतिकतावादी यानी moralist, दोनों नज़रियों से कठिन था। पर कैकई ने एक न सुनी। वह उन राजाओं के उदाहरण देतीं गयीं जिन्होंने हर क़ीमत पर अपने धर्म का पालन किया। कैकई और दशरथ की इस टकराव के बीच राम के राज्याभिषेक के तैयारियाँ लगभग पूरी हो गयी थी। आगे क्या हुआ, आइए सुनें रामायण आज के लिए के इस episode में।
Vis mere
0 Kommentarer
sort Sorter efter